हे हे हे..x3
बरसात के दिन आये
मुलाकात के दिन आये
बेताबियों के शरारे बिछें हैं
ये सावन की रिमझिम झड़ी हैं
कदम बेखुदी में बहकने लगे हैं
ये मदहोशियों की घड़ी है
बरसात के दिन आये
मुलाकात के दिन आये
हम सोच में थे जिनके
उस रात के दिन आये
बरसात के दिन आये
बरसात के दिन आये
हे हे हे..
जलते रहें हम खयालों के लौ से
सही हमने बरसो जुदाई
छम छम बरस्ती सुहानी घटा ने
अजब सी अगन है लगाई
बरसात के दिन आये
मुलाकात के दिन आये
हम सोच में थे जिनके
उस रात के दिन आये
बरसात के दिन आये
बरसात के दिन आये
ना तुम होश में हो
ना हम होश में हैं
बहक जाये ना तुम सम्भालो हमें
गुजारीश यही है तम्मनाओं कि
सनम बाजुओं में उठालो हमें
जजबात के दिन आये
मुलाकात के दिन आये
हम सोच में थे जिनके
उस रात के दिन आये
बरसात के दिन आये
बरसात के दिन आये
दीवानी दीवानी
जवानी मस्तानी
गर्म साँसों में तूफान है
दीवाना दीवाना
समा है दीवाना
जरा सी चाहत भी
बेइमान है
धुआं सा उठे हैं
कहीं जिस्म से
कहो बादलो से
बरस्ते रहे
सहा जाये ना ये
जुदाई का गम
भला कब तलक हम
तरस्तें रहें
बारात के दिन आये
मुलाकात के दिन आये
हम सोच में थे जिनके
उस रात के दिन आये
बरसात के दिन आये
बरसात के दिन आये
बरसात के दिन आये
हे हे हे हे…x5
Lyrics: Sameer
Movie: Barsaat (2005)