ओ देश मेरे.. तेरी शान पे सदके..
कोई धन है क्या, तेरी धूल से बढ़के
तेरी धूप से रौशन, तेरी हवा पे जिंदा..
तू बाग है मेरा, मैं तेरा परिंदा
है अर्जी दीवाने की
जहाँ भोर सुहानी देखी
इक रोज़ वहीं मेरी शाम हो
कभी याद करे जो ज़माना
माटी पे मार मिट जाना
ज़िकर में शामिल, मेरा नाम हो
ओ देश मेरे, तेरी शान पे सदके
कोई धन है क्या, तेरी धूल से बढ़के
तेरी धूप से रौशन, तेरी हवा पे जिंदा..
तू बाग है मेरा, मैं तेरा परिंदा
आँचल तेरा रहे माँ.. रंग बिरंगा
हो ओ उँचा आसमान से
हो तेरा तिरंगा
जीने की इज़ाज़त देदे
या हुकुमे शहादत देदे
मंजूर हमें जो भी तू चुने
रेशम का हो मधुशाला
या कफ़न सिपाही वाला
ओढेंगे हम जो भी तू बूने
ओ देश मेरे, तेरी शान पे सदके
कोई धन है क्या.. तेरी धूल से बढ़के
तेरी धूप से रौशन, तेरी हवा पे जिंदा..
तू बाग है मेरा, मैं तेरा परिंदा
Lyrics: Manoj Muntashir
Movie: Bhuj (2021)
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